लेखनी प्रतियोगिता -18-Oct-2022 तस्वीर दिल में उतर रही

तस्वीर दिल में उतर रही
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दिल में उतर गया है कोई भूल से,
धीमे धीमे से और हौले हौले से।
प्यार का पंछी पल-पल बोल रहा,
बन तस्वीर मेरे दिल में डोल रहा।

जब याद सनम की आती है, 
तो दिल में तस्वीर उतर जाती है। 
बिन बोले  सब कह जाती है, 
और प्यार वफा  रह जाती है।

जब जफा कोई कर जाता है,
तो याद का ही सहारा होता है। 
दिल में उतरी तस्वीर जो थी, 
उसका ही तो सहारा होता है‌।

प्यार वफा का सिला जो मिला, 
यादों के फल का गिला जो मिला। 
दिल में  तस्वीर ही बस रह गई, 
'अलका' रोई गम भुला ना सकी।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी' 
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार सुरक्षित।

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13 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन

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शुक्रिया आदरणीय

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Punam verma

19-Oct-2022 08:10 AM

Very nice

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Renu

18-Oct-2022 11:45 PM

👍👍🌺🌺👌

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